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छत्तीसगढ़रायपुर

राजधानी में पिता-पुत्र पर हमले से कानून व्यवस्था पर सवाल : कांग्रेस

सुशील आनंद शुक्ला ने भाजपा सरकार पर अपराधों में वृद्धि का आरोप लगाया

राजधानी में एक पिता-पुत्र को 6 अपराधियों द्वारा दौड़ा-दौड़ाकर पीटा गया

घटना को राज्य की कानून व्यवस्था का आईना बताया गया

 

       रायपुर। राजधानी में एक पिता पुत्र को 6 अपराधियों द्वारा दौड़ा-दौड़ाकर पीटने की घटना राज्य के कानून व्यवस्था का आईना है। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि जबसे राज्य में भाजपा की सरकार बनी है। नागरिको को भय के माहौल जीवन जीना पड़ रहा है। अपराधी बेलगाम हो गये है। साय सरकार के राज में महिलाओं के प्रति अपराधों में बेतहाशा बढ़ोतरी हो गयी है। मासूम बच्चियों के साथ घृणित दुराचार की घटनाये बढ़ गयी। रोज समाचारों में प्रदेश भर में तीन से चार मासूम अबोध बच्चियों के साथ तथा सामूहिक दुराचार की घटनाओं की खबरे सामने आ रही। पांच माह में प्रदेश में 46 से अधिक हत्याओं की घटना हो गयी है। राजधानी रायपुर में तीन गोलीकांड हो गया, लूट, चाकूबाजी, चैन स्नेचिंग तो रायपुर की पहचान बन गया है।

       शुक्ला जी ने कहा कि भाजपा राज के पांच महिने में ही छत्तीसगढ़ अपराध गढ़ बन गया है। भाजपा राज में अपराधी बेलगाम हो गये। प्रदेश में आम आदमी का जीवन सुरक्षित नहीं है। दुर्ग में 16 वर्ष की एक मासूम बच्ची के गले में ब्लेड मार कर हत्या की कोशिश किया गया। पांच महिने में राजधानी में सरेआम गोलीबारी की तीन घटनायें हो गयी। राजिम में एक 10 वर्षीय नाबालिक बच्ची के साथ इसी हफ्ते बालोद जिले में 2 वर्षीय बच्ची के साथ, अंबिकापुर जिले में नाबालिक बच्ची के साथ बलात्कार की घटना घटती है। गृहमंत्री के गृह क्षेत्र कवर्धा में सरेआम हत्या हो गयी। ऐसी ही घटना पर सांप्रदायिकता का जहर घोलने वाले भाजपाई इस घटना पर मौन हो गये है। राजधानी रायपुर से लेकर प्रदेश के सभी शहरो में लगातार हत्या, लूट, चाकूबाजी की घटनायें बढ़ गयी है। राजधानी में सरे आम चाकू मारकर युवक की हत्या कर दी गयी। एक दूसरी घटना में राजधानी में ही अपराधियों ने दौड़ा-दौड़ा कर युवक की हत्या कर दिया। जोरा में एक व्यक्ति को गोली मार दी गयी। कांकेर के पखांजूर में भाजपा नेता असीम राय की गोली मारकर हत्या कर दी गयी। प्रदेश के हर शहर में चाकूबाजी, लूट की वारदाते आम हो गयी है। सरकार बदलते ही ऐसा लगने लगा है जैसे कानून का राज समाप्त हो गया है।

       भाजपा की सरकार बनने के बाद नागरिकों को भयमुक्त जीवन जीने का वातावरण देने में भाजपा सरकार विफल साबित हो गयी है।

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