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राजधानी रायपुर लॉकडाउन खोलने पर नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक के बयान पर कांग्रेस का पलटवार
अनलॉक, दो वक्त की रोजी रोटी, प्रतिदिन कमाने खाने वाले गरीब, मजदूर, फल, सब्जी विक्रेता, कामगार के लिए आवश्यक : कांग्रेस
रायपुर। कोरोना संक्रमितो की बढ़ती संख्या को देखते हुए अनेक संगठनों द्वारा निर्णयों के आधार पर रायपुर जिले को लॉकडाउन करने का फैसला जिलाधीश रायपुर ने लिया था संक्रमण की चैन को रोकना मुख्य आधार था और वह दिखाई भी पड़ा जहां प्रतिदिन प्रदेश में 3000 से अधिक संक्रमितो की संख्या और रायपुर में 1000 से अधिक संक्रमितों की संख्या ने इस लॉकडाउन को आवश्यक समझा गया।
छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी प्रवक्ता ने 29 सितंबर से अनलॉक हो रहे रायपुर जिले पर भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि, भाजपा नेता पहले यह तय कर ले कि, लॉकडाउन के पक्षधर है या अनलॉक के क्योकि लॉकडाउन न हो तो इन्हें तकलीफ अनलॉक हो तो भी, भाजपा संकटकाल में भी राजनीति करने से बाज़ नही आ रही। भारतीय जनता पार्टी को लॉकडाउन से शायद फर्क न पड़ता हो, 15 वर्षों में भ्रष्टाचार और कमीशनखोरी से कमाए अथाह धन संपत्ति एकत्रित कर रखे हैं, जो उनके जीवन यापन में अड़चनें पैदा नहीं करने देती और पूंजीवादी, व्यापारी सोच की भाजपा नेताओं को फर्क नही पड़ता परंतु दो वक्त की रोजी रोटी के लिए रोज कमाने खाने वाले गरीब, मजदूर, फल, सब्जी विक्रेता, कामगार जिनका रोजगार छिन जाता हो उन्हें जरूर लॉकडाउन से फर्क पड़ता है। आज अनलॉक की समीक्षा बैठक के बाद 29 सिंतम्बर से अनलॉक का निर्णय लिया गया जो जनहित में है। भाजपा इसका विरोध कर अपनी राजनीतिक स्वार्थ साधना चाहती है जो पूर्णतः गलत है।
देश में 56 लाख कोरोना संक्रमित एवं 85 हज़ार मौतों की संख्या के गुनाहगार भारतीय जनता पार्टी की केंद्र की सरकार छत्तीसगढ़ में संक्रमण पर छाती पीटने का ढकोसला कर रहे हैं संक्रमण काल में जिस प्रकार की ओछी राजनीति भाजपा कर रही है यह प्रदेश की जनता नजदीक से देख रही है। उन्हें यह मालूम होना चाहिए कि यह समय राजनीति का नहीं इस महामारी से डट कर मिलकर लड़ने का है।