डब्ल्यूएचओ ने दी जानकारी, मास्क लगाकर व्यायाम करना सही नहीं
सांस लेने की प्रक्रिया पर पड़ता है जोर, फेफड़ों पर बढ़ता है दबाव
एकांत वाली जगहों पर करें व्यायाम, जिम में शारीरिक दूरी जरूर रखें
बालोद। कोरोना आपदा काल में संक्रमण से बचाव के लिए पौष्टिक आहार व फिटनेस के प्रति लोग अधिक जागरूक हुए हैं। वहीं अब खेल परिसर, पार्क व जिम भी खुल चुके हैं। लोग अपने फिटनेस को ध्यान में रखते हुए इन जगहों पर व्यायाम के लिए पहुंच रहे हैं। ऐसी जगहों पर भी कोरोना संक्रमण से बचाव के सभी सुरक्षात्मक उपायों का पालन करना आवश्यक है। यह जरूर है कि हम संक्रमण से बचाव की सही जानकारी रखें, क्योंकि जानकारी के अभाव में सुरक्षात्मक उपायों जैसे मास्क के इस्तेमाल को लेकर अब भी भ्रम की स्थिति भी बनी हुई है। हमें उन गतिविधियों के बारे में भी जानना चाहिए जब हमें मास्क नहीं लगाना है। वहीं कहां पर मास्क लगाना जरूरी है इसकी भी जानकारी होनी चाहिए।
व्यायाम के समय मास्क लगाना नहीं है जरूरी:
शासकीय आयुर्वेदिक कॉलेज रायपुर की योग प्रशिक्षक डॉ सुनीता जैन बताती हैं विश्व स्वास्थ्य संगठन ने व्यायाम के दौरान मास्क लगाने को लेकर साफ तौर पर मना किया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है मास्क लगाकर व्यायाम करने से श्वसन प्रक्रिया पर भार पड़ता है और सांस लेने में अधिक जोर लगाना होता है। साथ ही व्यायाम के दौरान बहने वाले पसीने के कारण मास्क के भींग जाने पर उसमें सूक्ष्मजीव पनपने की संभावना अधिक होती है और यह संक्रमण के जोखिम को बढ़ाता है। व्यायाम के दौरान भी 6 गज की दूरी रखने के नियम का पालन करना आवश्यक है। यह भी कहा है कि बच्चों को भी शारीरिक गतिविधियों जैसे दौड़ने व खेलने के दौरान मास्क नहीं पहनना चाहिए। उन्हें संक्रमण से जुड़ी अन्य सुरक्षा के उपायों की जानकारी देते हुए नियमित हाथ धोने व शारीरिक दूरी के नियमों का पालन करने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। योग प्रशिक्षक डॉ जैन ने बताया व्यायाम व योग करते समय कमरे में हवादार खिड़कियां आमने सामने होनी चाहिए । ताकि कमरे से हवा का आना जाना लगा रहे । व्यायाम करते समय खुले और एकांत स्थान में करने से संक्रमण का खतरा कम रहता है। अकेले रहने पर मास्क लगाने की जरुरत नहीं है।
शरीर में ऑक्सीजन की हो जाती है कमी:
जिला अस्पताल बालोद के सिविल सर्जन डॉ. बीएल रात्रे का कहना है मास्क लगाकर भारी भरकम एक्सरसाइज नहीं करने की सलाह देते हैं। इससे शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा कम पहुंचती है। फेफड़ों पर दबाव बढ़ता है तथा शरीर से कार्बन डाइऑक्साइड निकलने की प्रक्रिया प्रभावित होती है। खून में ऑक्सीजन की कमी से चक्कर आना, बेहोश होना, सिर व फेफड़ों के हिस्सों में दर्द की शिकायत हो सकती है। डॉ. रात्रे ने कहा मास्क का इस्तेमाल बाजार हाट व यात्रा आदि के दौरान किया जाना सही है। या उन जगहों पर जहां श्वसन प्रक्रिया पर कोई दबाव नहीं पड़ रहा हो और सांस लेने में आप सामान्य महसूस कर रहे हों।
इन उपायों का कर सकते हैं इस्तेमाल:
जिम में भारी भरकम व्यायाम के समय मास्क नहीं लगायें। व्यायाम के समय शारीरिक दूरी का पालन करें। खेल परिसर में खेलते समय या पार्क में जॉगिंग या वॉक के समय मास्क को चेहरे से हटा लें। लेकिन किसी अन्य से बात करते समय नाक व मुंह अवश्य ढंके। लॉकडाउन के बाद फिर से जिम जा रहे तो शुरूआत हल्के व्यायाम से करें। साइकलिंग, जॉगिंग, रनिंग, वॉकिंग, बैडमिंडन, बास्केटबॉल, फुटबॉल, टेनिस या वैसे सभी प्रकार के खेल जिसमें दौड़ने की जरूरत होती है, के दौरान ध्यान रखें कि मांसपेशियों में खिंचाव नहीं हो। सार्वजनिक स्वीमिंग पूल में जाने से बचें। ऐसी जगहों पर व्यायाम करें जहां अधिक भीड़ नहीं होती है।