बदलते मौसम में बुजुर्गों की सेहत का रखें विशेष ख्याल : डॉ.गंभीर सिंह
दुर्ग। कोविड-19 के मामले अब कम तो हो रहे हैं लेकिन अभी भी सतर्कता बहुत ही आवश्यक है इसलिए ऐसे में बुजुर्गों का ख्याल रखना बहुत ही जरूरी है। इस वक्त मौसम भी बदल रहा है, इस स्थिति में और भी ज्यादा सजग रहने की जरूरत है। इन दिनों में बुजुर्गों की सेहत के प्रति लापरवाही उन्हें परेशानी में डाल सकती है। आमतौर पर बुजुर्गों में प्रतिरोधक क्षमता कम होती है। ऐसे में उनको संक्रमण का खतरा अधिक रहता है।
जिले के मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी डॉ. गंभीर सिंह ठाकुर बताते हैं कोरोना वायरस का संक्रमण बुजुर्गों को होने की संभावना ज्यादा रहती है। इसकी वजह यह है कि उनकी प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है, और उन्हें दूसरी बीमारियां भी होती हैं। इसलिए उनका खास तौर पर ख्याल रखना जरूरी है। कोरोना संक्रमण को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने बुजुर्गों के देखभाल में सावधानियां बरने की सलाह दिए हैं। मानसून सीजन खत्म होने के बाद सर्दी का मौसम आ रहा है। ऐसे में बीपी व शुगर के मरीजों को सर्दी, खांसी के लक्षण होने पर तत्काल चिकित्सक से परामर्श लेना जरुरी है। वहीं बुजुर्गों को भीड़भाड़ वाले इलाकों में नहीं जाने के अलावा मास्क का उपयोग भी करना चाहिए। इसके अलावा बीड़ी, सिगरेट व शराब जैसे मादक पदार्थों के सेवन से परहेज करना चाहिए। ठंड के दिनों में शरीर का तापमान गर्म कपड़ों के पहनने से बढा रहता है। वहीं ठंड के दिनों में खान-पान पर भी सावधानियां रखनी चाहिए। जिससे बीपी व शुगर का खतरा नहीं रहता है।
उन्होंने कहा, कोरोना सघन सामुदायिक सर्वे अभियान के अंतर्गत स्वास्थ्य विभाग की टीम ने दुर्ग में 3.16 लाख घरों में पहुंच कर कोरोना व सर्दी खांसी के लक्षणों वाले लोगों की पहचान की है। सर्वे के दौरान लोगों को यह भी बताया गया है कि परिवार के बुजुर्ग लोगों का इस समय विशेष ख्याल रखें ताकि वे अपने आप को उपेक्षित महसूस ना करें और कोरोना से लड़ सकें । इसकेलिए आप उनके बीच रोज कुछ समय बिताएं। उनसे बातचीत करें उनसे पूछे कोई परेशानी तो नहीं है। अगर उन्हें किसी तरह की परेशानी है तो उसका समाधान करने की कोशिश करें। जहां तक संभव हो सके, कोरोना की चर्चा करने से बचें। ऐसी बातें करें जिनसे हंसी-खुशी का माहौल बने।
डा. सिंह ने इस संक्रमण से बचने के लिए बुजुर्गों को क्या करना चाहिए क्या नहीं करना चाहिए के बारे में बताते हुए कहा कि उम्रदराज लोगों को संक्रमण से बचाव के सभी संभव उपाय अपनाते हुए घर पर ही नियमित रूप से व्यायाम या योगा करना चाहिए साथ ही उन्हें नियमित अंतराल पर साबुन से हाथ और चेहरा धोते रहना चाहिए। घर से बाहर न निकलने का सख्ती से पालन करते हुए बाहर से आए लोगों से मिलने में परहेज करना चाहिए अगर मिलना बहुत जरूरी है तो कम से कम 2 गज की दूरी बनाकर मिलना सुरक्षित होगा। बुजुर्गों को घर में बना ताजा पोषण युक्त आहार व मौसमी फल, जूस, सूप, हर्बल टी या काढ़ा नियमित लेना चाहिए।
सीएमएचओ ने कहा 60 साल से अधिक उम्र के लोगों को पहले से चल रही दवाओं का सेवन नियमित रूप से करना चाहिए, साथ ही सर्दी जुकाम खांसी बुखार से पीड़ित लोगों से दूरी बनाकर रखना चाहिए। बुजुर्गों के कपड़े, चादरों और दूसरी चीजों की साफ सफाई नियमित रूप से करनी चाहिए। बुजुर्गों को बुखार जुकाम या सांस लेने में तकलीफ की समस्या होने पर तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र और मितानिन से संपर्क करना चाहिए।