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अब आनलाइन बाजार पर भी समूह की महिलाओं का हिस्सा, रिसाली के समूह आनलाइन ले रही आर्डर, आकर्षक पैकेजिंग के माध्यम से उपलब्ध करा रही डिजाइनर दीये

कलेक्टर डाॅ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे से भेंटकर दी जानकारी, बताया लगा कि लोग कोरोना को लेकर बाजार जाने से भी हिचक सकते हैं इसलिए लोकल कार्टज के माध्यम से आनलाइन भी विकल्प उपलब्ध, लोकल कार्ट्ज है फ्लिपकार्ट और अमेजन की तरह भिलाई की ईकामर्स कंपनी

कलेक्टर ने कहा कि आप लोगों के डिजाइन उम्दा, निश्चित ही बाजार में आने वाले वक्त में इनकी माँग और बढ़ेगी

       दुर्ग। रिसाली में स्वसहायता समूह की महिलाएं बड़ी संख्या में आकर्षक डिजाइनर दीये बना रही हैं। बाजार की जरूरत के मुताबिक इन्होंने अपना कदम डिजिटल प्लेटफार्म में भी रख दिया है। इन्होंने अपने प्रोडक्ट आनलाइन भी उपलब्ध कराये हैं। आर्डर होते ही चुनी गई वस्तुएं ग्राहकों को उपलब्ध कराई जा रही है। आज इस्पात नगर, पुरेना, डूंडेरा की स्वसहायता समूहों ने कलेक्टर डाॅ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे से मुलाकात की। महिलाओं ने कलेक्टर को बताया कि दीवाली की जरूरतों के मुताबिक अनेक प्रकार की सामग्री उनके समूहों द्वारा तैयार की जा रही है। इनमें दीयों के सेट से लेकर पूजा की थाल तक अनेक प्रकार की पूजन सामग्री है। इसके साथ ही दीवाली की सजावट के लिए बनाई गई सामग्री है। कलेक्टर ने इनके उत्पादों की तारीफ की और कहा कि बहुत ही सुंदर डिजाइन आप लोगों ने तैयार किये हैं। निश्चित ही बाजार में ये लोगों को काफी पसंद आएंगे। महिलाओं ने बताया कि हमने जब ये प्रोडक्ट बनाने का सोचा था तब मन में ख्याल आया कि कोरोना के चलते लोग बाजार जाने से हिचकेंगे अतएव हम अपने उत्पाद आनलाइन भी उपलब्ध कराएंगे। इसके बाद हमने इसका निश्चय किया और लोकल कार्टज से संपर्क किया। अब लोकल कार्ट्ज के माध्यम से हम अपने उत्पादों को लोगों तक पहुंचा रहे हैं। हम लोगों ने उत्पाद की गुणवत्ता का ध्यान तो रखा ही है पैकेजिंग भी आकर्षक की है। जब उपभोक्ता के हाथों हमारा आर्डर पहुंचता है तो इसकी आकर्षक पैकेजिंग देखकर उन्हें बहुत खुशी होती है फिर अंदर तो अच्छी गुणवत्तायुक्त सामग्री उन्हें मिलती ही है। महिलाओं ने बताया कि फिलहाल काफी सारे लोग हमारे उत्पाद देखने आ रहे हैं और इसे खरीद रहे हैं कुछ अच्छा फीडबैक मिलने पर फोन से भी बुकिंग करा रहे हैं। भेंट के दौरान रिसाली नगर निगम कमिश्नर श्री प्रकाश सर्वे भी उपस्थित थे। उन्होंने बताया कि रिसाली में चालीस हजार दीये समूह की महिलाओं द्वारा बनाये जा रहे हैं। इन्हें बिक्री के लिए उचित बाजार भी उपलब्ध कराया जा रहा है। साथ ही व्यवसायियों से मार्केट लिंकेज के संबंध में भी प्रयास किये जा रहे हैं। इनके पास अच्छी वैरायटी होने के चलते बाजार की सारी आवश्यकताओं को पूरा करने में सक्षम हैं। निगम प्रशासन द्वारा इन्हें हर संभव मदद की जा रही है। कलेक्टर डाॅ. भुरे ने इन महिलाओं को कहा कि इसी तरह बाजार की जरूरतों के अनुरूप उत्पाद उपलब्ध कराएं। आपको प्रशिक्षण की सुविधा एवं अन्य प्रकार का मार्गदर्शन तथा सहायता जिला प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराया जाएगा। इसके साथ ही आपके उत्पादों के मार्केट लिंकेज के संबंध में भी कार्य करेंगे।

       तेल कम सोखेंगे और इस्तेमाल के बाद खाद की तरह होगा उपयोग- ये डिजाइनर दीये गोबर से बने हैं पूरी तरह इको फ्रेंडली। ये तेल कम सोखते हैं और इनका इस्तेमाल होने के बाद इन्हें गमले में डाल सकते हैं। यह खाद की तरह का काम करेंगे। इस तरह त्योहार की खुशी के साथ ही पर्यावरण के संरक्षण में भी यह दीये उपयोगी साबित होंगे।

 

 

ग्रामीण क्षेत्रों में होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों की निगरानी के लिए माॅनिटरिंग टीम का गठन

       दुर्ग। जिले के ग्रामीण क्षेत्र में होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों की सतत् निगरानी रखने के लिए जिला स्तर पर माॅनिटरिंग टीम का गठन किया गया है। जिसे कोरोना के पाॅजीटीव मरीजों और परीजनों के स्वास्थ्य एवं सुरक्षा की निगरानी किया जा सके। गठित टीम में जनपद पंचायत सीईओ को होम आइसोलेशन के लिए नोडल अधिकारी बनाया गया है। साथ ही इस टीम में संकुल शिक्षक, संबंधित गांव के सचिव, रोजगार सहायक, स्वास्थ्य कार्यकर्ता, मितानिन एवं कोटवार को ग्राम सचिव बनाया गया है। गठित टीम प्रतिदिन रिपोटिंग कर आपातकालीन परिस्थिति में राजस्व निरीक्षक व पटवारी से समन्वय कर व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे। किसी प्रकार की आपात कालीन स्थिति में होम आइसोलेशन के लिए स्थापित कंट्रोल रूम के नंबर 0788-2215151 तथा प्रभारी मेडिकल असिस्टेंट, कंस्लटेंट, से संपर्क कर व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे।

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