R.O. No. :
विविध ख़बरें

SAIL हड़ताल की सजा: प्रमोशन रोककर प्रबंधन ने मारा पेट पर लात, EPS 95 पेंशन, ग्रेच्युटी संग लाखों का नुकसान, पढ़िए हिसाब

  • अपने ही साथियों से जूनियर हो जाएंगे भिलाई स्टील प्लांट के कर्मचारी।
  • मौखिक आदेश से कर्मियों को सेवानिवृत्ति होते तक आर्थिक रूप से लाखों का नुकसान होगा।  

सूचनाजी न्यूज, भिलाई। 28 अक्टूबर को सेल हड़ताल (SAIL Strike) हुई थी। बीएसपी कर्मचारियों (BSP Employees) ने अपनी ताकत दिखाई थी। अब इसका बदला प्रबंधन ले रहा है। हड़ताल करने वाले कर्मचारियों के पेट पर ही प्रबंधन  ने लात मार दिया है। अपने ही साथियों से कर्मचारी जूनिरयर हो जाएंगे।

ये खबर भी पढ़ें: Bhilai Steel Plant: ईडी का मंत्र हिंदी में ही करें काम, नेहा रानी, प्रतीक, अरुण, अमृता गंगराडे, अविलाष, निलेश ने जीते अवॉर्ड

संयंत्र में एक ही साथ भर्ती हुए कुर्मियों में से कुछ कर्मी को क्लस्टर चेंज प्रमोशन दे दिया जाए एवं कुछ कर्मियों का जानबूझकर रोक दिया जाए तो 1 साल भर्ती हुए कर्मी आपस में ही एक दूसरे के जूनियर सीनियर हो जाएंगे। प्रबंधन के निर्णय से संयंत्र के अंदर यह स्थिति निर्मित होने वाली है, जो संयंत्र के उत्पादन विकास एवं कर्मियों के मनोबल के लिए ठीक नहीं है।

ये खबर भी पढ़ें: BSP कोक ओवन में निर्भय होकर महिलाएं कर सकें काम, प्रबंधन ने दी ये जानकारी

वर्क्स प्रबंधन के मौखिक आदेश से कर्मियों को होगा सेवानिवृत्ति तक लाखों का नुकसान

सीटू महासचिव जेपी त्रिवेदी के मुताबिक कर्मी बताते हैं कि क्लस्टर चेंज प्रमोशन रोकने के संदर्भ में जब विभाग के कार्मिक अधिकारी से पूछा गया तो वह स्पष्ट रूप से कह रहे हैं कि यह आदेश वर्क्स प्रबंधन के तरफ से दिया गया है, जब उसकी प्रति दिखाने की बात कही गई तो कार्मिक प्रबंधक ने कह दिया कि यह आदेश मौखिक रूप से आया है।

ये खबर भी पढ़ें: Hajj Pilgrimage 2025: मक्का-मदीने में काम आएगा Hajj Suvidha App, 2024 में बिना मेहरम इतनी महिलाओं ने किया हज

इसका कोई लिखित प्रमाण हमारे पास भी नहीं है। किंतु वास्तविकता यही है कि वर्क्स प्रबंधन के द्वारा दिए गए इस मौखिक आदेश से कर्मियों को सेवानिवृत्ति होते तक आर्थिक रूप से लाखों का नुकसान होगा।  इसकी जिम्मेदारी केवल और केवल बिना किसी तर्क के मौखिक रूप से दिए गए वर्क्स प्रबंधन की होगी।

ये खबर भी पढ़ें: Stocks Market Updates: Adani Ports को बड़ा ऑर्डर, रॉकेट बन सकता है शेयर, टॉप लूजर SBI, Coal India, ONGC

इस तरह से समझिए होने वाले नुकसान को

सीटू उपाध्यक्ष डीवीएस रेड्‌डी के मुताबिक एक कर्मी की उम्र 38 वर्ष है। वह S5 ग्रेड में कार्यरत है। क्लस्टर प्रमोशन लेकर 3 साल में S6 ग्रेड में पदोन्नति हो रहा है। यदि उसका मूल वेतन 36815 रुपए है तो पदोन्नति होते ही उनको 3% इंक्रीमेंट अर्थात 1105/- रुपए मिलेगा।

ये खबर भी पढ़ें: Big News: कर्मचारियों के मासिक भत्तों में बड़ा संशोधन, 350 के बजाय अब मिलेगा 1200 रुपए

उस इंक्रीमेंट की राशि अर्थात 1105 रुपए पर 47.7% महंगाई भत्ता भी मिलेगा, जो 527 रुपए होगा। उस इंक्रीमेंट राशि पर 26.5% पर्क्स मिलेगा 293 रुपए होगा।

यदि क्लस्टर प्रमोशन के चलते मिलने वाली इंक्रीमेंट राशि उस इंक्रीमेंट पर मिलने वाला महंगाई भत्ता एवं उस इंक्रीमेंट पर मिलने वाला पर्क्स की राशि जोड़ लिया जाए तो एक माह में बढ़कर मिलने वाली राशि कुल(1105+527+293)= 1925 रुपए होगी।

यदि उक्त कर्मी की पदोन्नति 6 महीने बाद होती है तो 6 माह में होने वाला नुकसान 11550 रुपए होगा। और यदि उक्त कर्मी की पदोन्नति 12 महीने बाद होता है तो 12 माह में होने वाला नुकसान 23100 रुपए होगा।

ये खबर भी पढ़ें: पूर्व PM मनमोहन सिंह के निधन के शोक में SAIL BSL, 29 को हैप्पी स्ट्रीट कार्यक्रम कैंसिल, अब 5 जनवरी को

सीपीएफ व ग्रेच्युटी में भी होगा भारी नुकसान

क्लस्टर प्रमोशन के चलते उक्त कर्मी को मिलने वाले इंक्रीमेंट की राशि एवं उस इंक्रीमेंट की राशि पर मिलने वाले महंगाई भत्ते की राशि पर यदि 12% सीपीएफ निकल जाए तो वह 392 प्रतिमाह होगा, जो 6 महीने में 2352 रुपए एवं 1 साल में 4704 रुपए होगा, जो उक्त कर्मी के वेतन से कट कर सीपीएफ फंड में जमा होगा।

ये खबर भी पढ़ें: बोकारो स्टील प्लांट में एक्सीडेंट: हाइवा ने बाइक सवार कर्मचारी को कुचला

उतनी ही राशि प्रबंधन की तरफ से भी सीपीएफ फंड में जमा किया जाएगा, जिसमें से 8.33 प्रतिशत या निर्धारित राशि  EPS-95 हेतु कट जाएगा। बची हुई राशि गुणात्मक रूप से सेवानिवृत्ति होते तक कई हजारों रुपए हो जाएगा

ये खबर भी पढ़ें: Suchnaji.com की खबर का असर: हुडको पहुंचा भिलाई नगर निगम, कब्जेदार दुकान बंदकर भागा, निगम ने जब्त किया सामान

सेल पेंशन फंड में भी होगा भारी नुकसान

यदि क्लस्टर प्रमोशन के चलते उक्त कर्मी को मिलने वाले इंक्रीमेंट एवं उस इंक्रीमेंट पर मिलने वाले महंगाई भत्ते पर यदि प्रबंधन द्वारा दिए जा रहे सेल पेंशन फंड का 9% निकल जाए 147 रुपए एक माह में होगा, जो 6 माह में 882 रुपए एवं 12 माह में 1764 रुपए होगा। जो पेंशन फंड में जमा होने के बाद गुणात्मक रूप में बढ़ते हुए कई हजारों रुपए में बदल हो जाएगा।

ये खबर भी पढ़ें: SAIL BSL: मिडिल और हाई स्कूल विज्ञान शिक्षकों की व्यावसायिक क्षमता निर्माण के लिए जॉय ऑफ लर्निंग फाउंडेशन के साथ MOA

यदि इंक्रीमेंट से शुरू करके महंगाई भत्ता, पर्क्स, ईपीएफ पेंशन फंड आदि सभी में मिलने वाली राशि एवं उस राशि का सेवानिवृत्ति होते तक होने वाले गुणात्मक बढ़ोतरी की गणना करने पर यह राशि लाखों में पहुंच जाएगा।

ये खबर भी पढ़ें: Breaking News: CITU से अलग हुआ हिन्दुस्तान इस्पात ठेका श्रमिक यूनियन, सहयोग मिलने का आरोप,  लौटाई संबद्धता

आर्थिक के साथ मानसिक नुकसान भी होगा कर्मियों को

प्रबंधन के निर्णय से जहां एक तरफ कर्मियों को आर्थिक रूप से भारी नुकसान उठाना पड़ेगा। वहीं, वक्त पर प्रमोशन नहीं मिलने के कारण कर्मी मानसिक तनाव में रहेगा, जिसका खामियाजा कर्मी को ही नहीं बल्कि संयंत्र को भी भुगतना पड़ेगा। इसीलिए अपने अहम को संतुष्ट करने के लिए गए निर्णय कभी भी सही नहीं होते हैं।

ये खबर भी पढ़ें: Bhilai Township: 4 जनवरी तक साढ़े 3 घंटे बिजली कटौती, आया शेड्यूल

The post SAIL हड़ताल की सजा: प्रमोशन रोककर प्रबंधन ने मारा पेट पर लात, EPS 95 पेंशन, ग्रेच्युटी संग लाखों का नुकसान, पढ़िए हिसाब appeared first on Suchnaji.

Related Articles

Back to top button