बचा लेने का प्रलोभन व दबाव में आया भट्ट का शपथपत्र – कौशिक
रायपुर। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि यह राजनैतिक बदले की कार्रवाई का नया हिस्सा है। नागरिक आपूर्ति निगम प्रकरण में शिवशंकर भट्ट का नया शपथपत्र दबाव डालकर दिलवाया गया प्रतीत हो रहा है।
उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह को पद से हटे आठ माह हो चुका है, न्यायालय में यह प्रकरण चल रहा है. आरोपी इस प्रकरण में निरंतर उपस्थित होते आ रहे है, लेकिन भाजपा सरकार जाने के बाद आज तक न्यायालय में यह बात क्यों नहीं बताई गई? उन्होने कहा कि आज किसी के कहने पर किसी और ड्राफ्ट करवाकर न्यायालय में शपथपत्र प्रस्तुत करे की क्या जरूरत पड़ गई? शिवशंकर भट्ट भ्रष्टाचार में फंसा आरोपी है l
श्री कौशिक ने यह भी आरोप लगाया कि शिवशंकर भट्ट का बयान बदलने के पीछे केवल बचा लेने का एक तरह का प्रलोभन है. इस कारण ही पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह व अन्य मंत्रियों पर कीचड़ उछालने का निम्नस्तरीय काम करवाया जा रहा है। भारतीय जनता पार्टी के नेताओ की छबि धूमिल करने का कुत्सित प्रयास है।
गवाहों का बयान देखना न्यायालय का काम – डॉ. रमन
रायपुर। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने नागरिक आपूर्ति निगम के कथित घोटाले में गुरुवार को आए शिवशंकर भट्ट के शपथपत्र पर नपीतुली प्रतिक्रिया दी।
उन्होंने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि नागरिक आपूर्ति निगम का प्रकरण न्यायालय में है। इस मामले में जितने भी गवाह है, सभी गवाहों ने पहले इस मामले में अपना बयान दर्ज करा चुके है। उस समय उनके बयान क्या थे? यह न्यायालय के समक्ष है। उन्होंने कहा कि राज्य में कांग्रेस सरकार आने के बाद जिस तरह इस प्रकरण से जुड़े गवाह अपने बयान बदल रहे हैं। यह सभी गवाह अपने बयान क्यों बदल रहे हैं? यह राज्य की जनता को सबकुछ समझ आ रहा है, मुझे भी यह समझ आ रहा है और न्यायालय को भी समझ आ रहा है। गवाहों के पूर्व और आज के बयान को देखना न्यायालय का काम है।
डॉ. रमन सिंह ने कहा कि इस मामले में शिवशंकर भट्ट का 164 के तहत बयान दर्ज नहीं लिया गया, इस लिए उनसे शपथपत्र लेकर इसे राजनीतिक रंग दिया जा रहा है, क्योंकि न्यायालय में इस मामले का अंतिम प्रतिवेदन प्रस्तुत हो चुका है और विचरण जारी है। आगे जो भी कार्यवाही होगी, विचरण न्यायालय में होगी। मुझे न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है।