आरएसएस के स्थापना के 100 वर्ष पूरे, प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह ने अर्पण की श्रद्धांजलि
प्रमुख बातें:
- राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के स्थापना के 100 वर्ष पूरे होने पर, नई दिल्ली में उत्सवित माहौल।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह समेत तमाम विशिष्ट व्यक्तियों ने आरएसएस के प्रथम
- सरसंघचालक को श्रद्धांजलि अर्पित की।
- डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार को संघ में “डॉ. साहब” के रूप में याद किया जाता है, उन्होंने स्वतंत्रता
- आंदोलन में भी अहम भूमिका निभाई।
- वर्तमान में आरएसएस के सरसंघचालक के तौर पर मोहन भागवत को दायित्व दिया गया है।
नई दिल्ली। आरएसएस के स्थापना के 100 वर्ष पूरे होने पर जश्न का माहौल है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, और अन्य विशिष्ट व्यक्तियों ने आरएसएस के प्रथम सरसंघचालक, डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार को श्रद्धांजलि अर्पित की। हेडगेवार, जिन्हें “डॉ. साहब” के नाम से भी जाना जाता है, ने स्वतंत्रता आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और संघ की स्थापना की।
वर्तमान में, आरएसएस के सरसंघचालक के तौर पर मोहन भागवत को जिम्मेदारी दी गई है। आरएसएस की एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने बताया कि इस पद के लिए चुनाव नहीं होता है, और न ही मनोनयन किया जाता है, बल्कि इसे सर्वसम्मति से नियुक्त किया जाता है। उन्होंने बताया कि मोहन भागवत को इस जिम्मेदारी का अचानक फैसला किया गया था, जब पिछले सरसंघचालक दिवंगत हो गए थे।
आरएसएस के इस नए मार्गदर्शक के नेतृत्व में, संघ का संघर्ष और समर्थन नई ऊंचाइयों को प्राप्त करने की उम्मीद है।