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उत्पाद बिक्री हेतु बाजार की व्यवस्था है सरस मेला: गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू

       दुर्ग। प्रदेश के गृह, लोक निर्माण, जेल, धर्मस्व, पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि शासन द्वारा विभिन्न योजनाओं के तहत स्वरोजगार हेतु प्रशिक्षित हितग्राहियों द्वारा उत्पादित सामग्रियों की बिक्री हेतु सरस मेला एक अच्छा माध्यम है। व्यवसायियों को मेला का अच्छा रिस्पांस मिला है। मेला में अन्य प्रांतों के उत्पाद लोगों को कम दर पर मिल जाती है, वहीं संस्कृतियों का आदान-प्रदान का अवसर मिलता है। गृहमंत्री श्री साहू गुरूवार की संध्या भिलाई निवास के सामने आयोजित सरस मेला के समापन अवसर पर आयोजित समारोह को मुख्य अतिथि की आसंदी से सम्बोधित कर रहे थे। 
       गृहमंत्री श्री साहू ने आगे कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार की सोच है कि प्रदेश के हर प्रतिभाओं को आगे बढ़ने का अवसर प्रदान किया जाए। मेला में कलाकारों को भी अपने प्रदर्शन का अवसर मिलता है। सरकार स्थानीय कलाकारों को ऐसे आयोजनों में मंच प्रदान करने जा रही है। गृहमंत्री ने आने वाले वर्षों में और बेहतर ढंग से आयोजन करने के सुझाव के साथ ही सरस मेला के आयोजकों को आयोजन के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने अपने कर-कमलों से विभिन्न प्रदेशों के उत्कृष्ट उत्पादन के लिए स्व-सहायता समूहों को प्रमाण पत्र एवं स्मृति चिन्ह प्रदान किया। कलेक्टर श्री उमेश कुमार अग्रवाल ने मेला के संबंध में प्रतिवेदन वाचन किया। उन्होंने अवगत कराया कि स्व-सहायता समूहों को बाजार उपलब्ध कराने सरस मेला का आयोजन किया गया है। दुर्ग जिला को चैथी बार यह आयोजन का अवसर मिला है। मेला में 13 राज्यों के 136 स्व-सहायता समूह का स्टाल लगाया गया है। इसके अलावा प्रदेश के विभिन्न स्व-सहायता समूह भी अपने उत्पाद विक्रय कर रहे हैं। सरस मेला में व्यवसायियों द्वारा 1 करोड़ 1 लाख रूपए तक की उत्पाद बिक्री किया गया है। इस अवसर पर जिला पंचायत की अध्यक्ष श्रीमती माया बेलचंदन एवं अन्य जनप्रतिनिधि, संभागायुक्त श्री दिलीप वासनीकर, अपर कलेक्टर श्री के.एल.चैहान, श्री संजय अग्रवाल और जिला पंचायत के सी.ई.ओ. श्री गौरव कुमार सिंह व अन्य अधिकारी तथा बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।

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