R.O. No. : 13047/ 53 M2
विविध ख़बरें

कोरोना काल के दौरान भी बच्चों के पोषण का रखा ख्याल, आपकी भूमिका प्रशंसनीय

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम में कलेक्टर डाॅ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने किया विभाग में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले अधिकारी-कर्मचारियों का सम्मान

       दुर्ग। कोरोना काल में लाकडाउन के दौरान भी महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों एवं कार्यकर्ताओं ने घर-घर जाकर बच्चों को रेडी-टू-ईट फूड पहुँचाया। लाकडाउन के दौरान इस बात की आशंका मन में उभरी थी कि इतने दिनों तक मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के अंतर्गत किया गया। जतन कहीं बेकार न चला जाए लेकिन आप लोगों की कर्तव्यशीलता की वजह से सब कुछ अच्छा हुआ और बच्चों के पोषण की राह में कोई बाधा नहीं दिखी। यह बात अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम में विभाग में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले अधिकारी-कर्मचारियों एवं कार्यकर्ताओं को सम्मानित करने के दौरान कही। कलेक्टर ने कहा कि मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान बेहद अहम अभियान है। आपके जिले में आप लोगों की कड़ी मेहनत से इसमें अच्छे परिणाम मिल रहे हैं। व्हाटसएप ग्रुप के माध्यम से आप लोगों की इस संबंध में की जा रही गतिविधि से मैं लगातार अद्यतन रहता हूँ। मुझे खुशी होती है कि अपने नवाचारों के माध्यम से, अपनी ऊर्जा और उत्साह के चलते आप लोगों ने मुश्किल काम भी आसान कर दिया है। आप लोग गृह भेंट कर रही हैं। परिवारजनों की काउंसिलिंग कर रही हैं। इस तरह से लगातार किये जा रहे संवाद के अच्छे परिणाम निकल रहे हैं और हम देख रहे हैं कि लोग कुपोषण की समस्या के प्रति बहुत जागरूक हो रहे हैं। कलेक्टर ने कहा कि आप लोगों से पिछले साल मुनगा के पेड़ गाँव में, आंगनबाड़ी केंद्रों के नजदीक लगाने कहा गया था। इसमें अच्छी पहल की गई है। छोटे बच्चों को नियमित अंतराल में कुछ-कुछ देते रहने से उनका पोषण स्तर बना रहता है। हर बार गृह भेंट के दौरान आप लोग यह बात अभिभावकों को बता रहे हैं। गृह भेंट सबसे सकारात्मक माध्यम है क्योंकि इसमें केवल माता-पिता ही नहीं अपितु परिवार के अन्य सदस्य भी बच्चों के पोषण के महत्व के बारे में जान पाते हैं। इस मौके पर कलेक्टर ने सक्षम योजना के माध्यम से अपने परिवार को सशक्त करने वाली महिलाओं का भी सम्मान किया। कलेक्टर ने कहा कि सक्षम योजना का लाभ उठाकर महिलाएं अपने पैरों पर खड़ी हो रही हैं और दूसरों को आगे बढ़ने का रास्ता भी दिखा रही हैं। इस मौके पर जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री विपिन जैन ने भी सम्मानित सभी विभागीय अधिकारी-कर्मचारियों को शुभकामनाएं दीं तथा जिले में विभागीय उपलब्धियों की जानकारी भी प्रदान की।

 

 

भूतपूर्व सैनिकों एवं परिजनों को सैन्य दस्तावेज पेन ड्राईव में जमा करना होगा

 

       दुर्ग। भूतपूर्व सैनिकों एवं उनके परिजनों को मिलने वाली आवश्यक सेवाओं को मुहैया कराने के उद्देश्य से सभी प्रकार की सैन्य दस्तावेजों को स्कैन कर पेन ड्राईव में अपलोड कर जिला सैनिक कल्याण कार्यालय में जमा करने कहा गया है। विदित हो कि इन्हें शासन की अलग-अलग सुविधाओं का लाभ लेने के लिए बार-बार दस्तावेज जमा करना होता है। इससे हो रही असुविधा को ध्यान में रखते हुए सभी प्रकार के सैन्य दस्तावेज एक ही बार स्कैन कर पेन ड्राईव में अपलोड कर जमा करने कहा गया है। इन्हें फोल्डर बनाकर इसमें सर्विस नंबर, रैंक व नाम, डिस्चार्ज बुक सभी पेज सहित पी.डी.एफ. फोल्डर, पूरे परिवार का आधार कार्ड, पेंशन आदेश, निवास प्रमाण पत्र, पेन कार्ड, शैक्षणिक प्रमाण पत्र, बैंक पास बुक एवं स्वयं का पासपोर्ट साइज फोटो के साथ जमा कराने कहा गया है। इन सभी दस्तावेजों का फाईल बनाकर जिला सैनिक कल्याण कार्यालय में जमा कर सकते हैं।

 

बठेना में एक ही परिवार के 5 लोगों की हुई मृत्यु पर अनुसूचित जाति आयोग ने लिया संज्ञान

       दुर्ग। जिले के पाटन अंतर्गत ग्राम पंचायत बठेना में एक ही परिवार के 5 लोगों की मृत्यु पर अनुसूचित जाति आयोग ने संज्ञान में लिया है। मामले को संज्ञान में लेते हुए आयोग की अध्यक्ष श्री रामजी भारती, सदस्य श्री पदमा मनहर, सचिव श्री बी.एल. बंजारे, ने बठेना पहुंचकर परिवारजनों से भेंट कर घटना के प्रति संवेदना व्यक्त किया है। आयोग ने घटना की उच्चस्तरीय जांच कर आवश्यक कार्यवाही का भरोसा दिया है। इस दौरान आदिवासी विकास विभाग सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।

 

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत विभिन्न पदों हेतु दावा आपत्ति आमंत्रित

       दुर्ग। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन दुर्ग के अंतर्गत एएनएम एवं क्लीनर के संविदा पदों पर भर्ती की सामान्य सूची जिले के वेबसाइट www.durg.gov.in में अपलोड कर दी गयी है।विस्तृत जानकारी के लिए जिले की वेबसाइट का अवलोकन सकते हैं।

 

महिला चिकित्सकों ने महिला दिवस के अवसर पर बताया कैसे चुनौतियों की बाधा पार कर अर्जित की सफलता

अन्य क्षेत्रों में भी अच्छा कार्य कर रही महिलाओं ने साझा किये अपने विचार

       दुर्ग। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर दुर्ग भिलाई एकेडमी आफ पीडियाट्रिक्स ने वर्चुअल प्लेटफार्म के माध्यम से महिला चिकित्सकों एवं अन्य पेशों में सफलता अर्जित करने वाली महिलाओं के अनुभव जाने एवं उन्हें सम्मानित किया। इस अवसर पर एकेडमी की सेक्रेटरी डाॅ. सीमा जैन ने कार्यक्रम के उद्देश्यों से विस्तार से प्रतिभागियों को अवगत कराया। कार्यक्रम में इंडियन एकेडमी आफ पीडियाट्रिक्स की पहली महिला प्रेसीडेंट डाॅ. स्वाति भावे ने विस्तार से समय प्रबंधन और कड़ी मेहनत के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि इन गुणों की वजह से और अपने परिवार के सतत सहयोग से वे जीवन में सफलता की राह पर आगे बढ़ती गई। उन्होंने कहा कि महिलाओं ने यह साबित किया है कि हर मोर्चे पर यदि कड़ी मेहनत की जाए तो सफलता दूर नहीं होती। इस मौके पर भारतीय वन सेवा की अधिकारी श्रीमती सतोविशा समाजदार ने पब्लिक सर्विसेज के अपने अनुभवों के बारे में चर्चा की। उन्होंने कहा कि इस तरह की परीक्षा के माध्यम से सिस्टम में आने के लिए कड़ी मेहनत करनी होती है। बहुत सारी बाधाएं होती हैं लेकिन लक्ष्य पर निगाह रखकर किये गये सतत प्रयासों से मंजिल प्राप्त होती है। ह्यूमन राइट्स से जुड़ी डाॅ. अमिता बिसारे ने इस मौके पर कहा कि चुनौतियों का सामना कर उन्हें चुनौती देकर ही सफलता प्राप्त की जा सकती है। उन्होंने कहा कि लगातार संघर्ष करते रहना और अपने कर्तव्य का पूरी निष्ठा से पालन करने से जिंदगी में हर लक्ष्य हासिल किये जा सकते हैं। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में एकेडमी की दुर्ग भिलाई विंग की प्रेसीडेंट डाॅ. संबिता पंडा एवं पंडित जवाहरलाल नेहरू स्मृति चिकित्सालय सेक्टर-9 की शिशु रोग विशेषज्ञ एवं एकेडमी की कन्वीनर डाॅ. माला चैधरी का विशेष योगदान रहा । कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापन डाॅ. जी मालिनी ने किया। इस मौके पर डाॅ. अरविंद सावंत, प्रतिनिधि सेंट्रल आईएपी, डाॅ. मधुश्री देशपांडे, वरिष्ठ शिशु रोग विशेषज्ञ रायपुर, डाॅ. एनएस ठाकुर एवं डाॅ. उमेश खुराना, डाॅ. शारदा फुलझेले, मेडिकल कालेज रायपुर विशेष रूप से शामिल रहे।

 

 

पेयजल टेस्टिंग का प्रशिक्षण 12 को

       दुर्ग। जल जीवन मिशन भारत सरकार तथा लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी यांत्रिकी विभाग छत्तीसगढ़ शासन के अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्र में पंचायत स्तर पर फील्ड टेस्ट के द्वारा पेयजल का परीक्षण प्रशिक्षण दिया जाना है। जिसके तहत लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री श्री गुरु रुद्र कुमार की उपस्थिति में प्रशिक्षण आयोजित किया जाना है। प्रत्येक पंचायत से पांच-पांच व्यक्तियों को जैसे (आंगनबाड़ी कार्यकर्ता/सरपंच/सचिव/मितानिन) को प्रशिक्षण दिया जाना है। विकासखंड धमधा के अंतर्गत निम्नलिखित पंचायतों के प्रशिक्षणार्थियों को 12 मार्च को ऑफिसर कॉलोनी रेस्ट हाउस के बाजू नंदिनी नगर अहिवारा में पेयजल प्रशिक्षण में भाग लेने हेतु निर्देशित किया गया है।

       पंचायत/ग्राम के नाम -नंदिनी खूंदिनी, मेडेसेरा, पोटिया,  देवरझाल, बिरेभाठ, अहेरी, बागडुमर, सेमरिया(बा), परसदा, सगनी, कोडिया, पिटौरी, धिकुड़िया, पथरिया(सह), सहगांव, मुरमुंदा, मलपुरीकला, ओटेबंध, अकोला, कपसदा, पंचदेवरी, खपरी(सा) सांकरा, ढाबा, मुर्रा, सुरजीडीह, लहंगा, ढौर, सेरधी, गोढ़ी, डूमर, करगीडीह, अछोटी, बोरसी, कंडरका, लिमतरा, नंदौरी, गिरहोला, खपरी(गि), घटियाखुर्द, पाहारा, मलपुरीखुर्द, संडी, चेटूआ, ढौर, हिंगाडीह, मुड़पार, ओखरा, नारधा, मोहन्दी, रिंगनी, सेरधा, सेमरिया(गि)।

Related Articles

Back to top button