दंतेवाड़ा की जीत कांग्रेस सरकार के कार्यक्रमों पर जनता की मुहर है – भूपेश बघेल
हाट बाज़ार में लोगों को मुफ़्त जांच और इलाज की सुविधा मिल रही है
रायपुर।दंतेवाड़ा उपचुनाव में देवती कर्मा की जीत पर कांग्रेस में ऊर्जा का संचार हुआ है। जीत से उत्साहित प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पूरे प्रदेश की जनता को बधाई देता हुए कहा कि यह जीत कांग्रेस सरकार के कार्यक्रमों पर जनता की मुहर है।
वहीं पीसीसी अध्यक्ष मोहन मरकाम ने जीत पर हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि प्रदेश अध्यक्ष के रूप में मेरा यह पहला चुनाव था और इस जीत ने मेरा मनोबल भी बढ़ाया है। उन्होंने कार्यकर्ताओं को बधाई देते हुए इस जीत को महेंद्र कर्मा की शहादत का सम्मान बताया है।
प्रेसवार्ता बिंदुवार-
. दंतेवाड़ा उपचुनाव में देवती कर्मा की जीत के लिए मैं उन्हें, पिछली बार जब प्रदेश भर में हमने 68 सीटें जीती थीं तो बस्तर की 12 में से 11 सीटें ही जीत सके थे. दंतेवाड़ा की सीट हम दो हज़ार वोटों से हार गए थे।
. लेकिन उपचुनाव में हमने यह सीट 11 हज़ार से भी अधिक वोटों से जीत ली है।
. हालांकि अभी चित्रकूट विधानसभा में उपचुनाव अभी होना शेष है लेकिन एक तरह से हमने बस्तर की 12 में से 12 सीटें जीत कर इतिहास रच दिया है।
. दंतेवाड़ा उपचुनाव में हमारी यह जीत दरअसल कांग्रेस सरकार के पिछले नौ महीनों के कामकाज पर पड़ा वोट है।
. यह विश्वास का वोट है।
. यह मेरे बड़े भाई शहीद महेंद्र कर्मा की शहादत का सम्मान है।
आदिवासियों और किसानों के हित की योजनाएं
. सरकार आने के बाद से हमने जिस तरह से आदिवासियों की सुध लेना शुरु किया है, उसने बस्तर के सभी लोगों और आदिवासियों को विश्वास दिलाया है कि कांग्रेस की यह सरकार वास्तव में उनकी हितैषी है।
. कांग्रेस सरकार बनने के तुरंत बाद लोहांडीगुड़ा में उद्योग के नाम से ली गई 1700 परिवारों की 4200 एकड़ ज़मीन वापस लौटाई गयी है।
. कांग्रेस सरकार ने डीएमएफ़ के पैसों का लगातार हो रहा दुरुपयोग बंद करके उसे आदिवासियों के हक़ में खर्च करने की योजना तैयार की.
. डीएमएफ़ के पैसों से हवाई पट्टी, स्वीमिंग पूल और इमारतें नहीं बन रही हैं बल्कि कुपोषित बच्चों और एनिमिया की शिकार महिलाओं को पौष्टिक भोजन देना शुरु किया गया है।
. अब हाट बाज़ार में लोगों को मुफ़्त जांच और इलाज की सुविधा मिल रही है।
. राशन कार्ड पर हर परिवार को 35 किलो चावल मिल रहा है।
. तेंदूपत्ता का भुगतान 2500 रुपए प्रतिमानक बोरा की जगह 4000 रुपए मिलने से सरकार के प्रति लोगों का भरोसा बढ़ा है।
. पिछले महीनों में हमने जो कार्यक्रम शुरु किए हैं उससे बस्तर के लोगों को लगा है कि उन्हें लघु वनोपज और दूसरे कृषि उत्पादों की प्रोसेसिंग के अवसर भी मिलेंगे जिससे उनकी आर्थिक हालत सुधरेगी।
. किसानों की कर्ज़ माफ़ी और धान की 2500 रुपए क़ीमत ने भी लोगों का विश्वास बढ़ाया है।
सरकार के कामकाज से प्रदेश भर में बढ़ा आत्मविश्वास
. सरकार के पिछले नौ महीनों के कामकाज से प्रदेश भर में जनता का आत्मविश्वास बढ़ा है।
. किसानों को भरोसा हुआ है कि वह खेती के भरोसे भी तरक्की कर सकता है।
. नरवा, गरुवा, घुरुवा, बाड़ी कार्यक्रम से समस्याएं भी दूर हो रही हैं और ग्रामीण अर्थव्यवस्था में नई जान आ रही है।
. आम जनता की जेबों में पैसे आने का असर यह हुआ है कि जब देश भर में मंदी का माहौल है, तब छत्तीसगढ़ मंदी के मार से न केवल बचा हुआ है बल्कि हर क्षेत्र में उन्नति कर रहा है।
. रोज़गार के नए अवसर पैदा हो रहे हैं।
. सिर्फ सड़क और बिल्डिंग बनाने को ही विकास कहने की जगह लोगों के जीवन स्तर में सुधार को कांग्रेस सरकार ने विकास का पैमाना बनाया है।
. इसीलिए हमने कुपोषण दूर करने का लक्ष्य रखा है।
. इसीलिए हमने 12 वीं तक बच्चों को मुफ़्त शिक्षा देने की घोषणा की है।
. हम लोगों को अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं देना चाहते हैं।
. हम चाहते हैं कि छत्तीसगढ़ सबसे ग़रीब राज्य की श्रेणी से बाहर निकले और सबसे ख़ुशहाल राज्य के रूप में विकसित हो।
. हमें भरोसा है कि जनता का यह विश्वास और कांग्रेस का जनाधार बना रहेगा।
दंतेवाड़ा की जीत ने कांग्रेस संगठन का आत्मबल बढ़ाया : मोहन मरकाम
प्रमुख बिंदु-
– मैं दंतेवाड़ा की जीत के लिए माननीय मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल जी को बधाई देता हूं क्योंकि जो जीत उपचुनाव में हमने दर्ज की है वह सरकार के कामकाज पर जनता की ख़ुश होने का प्रतीक है।
– मैं श्रीमती देवती कर्मा जी को बधाई देता हूं कि उन्होंने जनता को विश्वास दिलाया कि वे ही आदिवासियों का दुख दर्द समझती हैं और उनके साथ खड़ी रह सकती हैं।
– मैं इस जीत के लिए कांग्रेस के अपने उन सभी पदाधिकारी कार्यकर्ता साथियों को बधाई देता हूं जिन्होंने दंतेवाड़ा उपचुनाव को अपनी प्रतिष्ठा का प्रश्न बनाया और जी जान से जुटकर यह जीत हासिल की।
– बधाई कांग्रेस के उन कार्यकर्ताओं को भी जिनको अफ़वाह फैलाने वाले बार बार कह रहे थे कि दंतेवाड़ा चुनाव कांग्रेस के लिए मुश्किल है, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और जीत का इतिहास रचा।
– मैं मुख्यमंत्री जी, मंत्रिमंडल के सभी सदस्यों, कांग्रेस संगठन के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं का आभार भी व्यक्त करता हूं, यह जीत कांग्रेस कार्यकर्ताओं की जीत है।
– प्रदेश अध्यक्ष के रूप में मेरा यह पहला चुनाव था और इस जीत ने मेरा मनोबल भी बढ़ाया है।
हार को स्वीकार करना सीखना चाहिए
– इस जीत के बाद हमने तरह तरह के बयान सुने हैं।
– वे हास्यास्पद भी हैं और आपत्तिजनक भी।
– पंद्रह साल तक सत्ता में काबिज रही राजनीतिक पार्टी को हार स्वीकार करना सीखना चाहिए और यह समझना चाहिए कि जनता को बरगला कर वोट पाने के दिन अब लद गए हैं।
– वे प्रशासन तंत्र के दुरुपयोग का आरोप लगा रहे हैं।
– झीरम कांड में बस्तर टाइगर महेंद्र कर्मा, अपने तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार पटेल, दिग्गज नेता विद्याचरण शुक्ल सहित 13 प्रमुख कांग्रेस नेताओं को गंवाने के बाद हमसे अच्छा कौन समझ सकता है कि प्रशासन तंत्र का दुरुपयोग कैसे होता है।
– पंद्रह साल तक कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने जिस तरह से मामले मुक़दमे झेले हैं, उसने हमें सिखा दिया है कि प्रशासन तंत्र का दुरुपयोग क्या होता है।
– हमने लाठियां खाई हैं. हम जेल गए हैं. हम अदालतों का चक्कर लगाते रहे।
– अंतागढ़ उपचुनाव में लोकतंत्र का चीरहरण करने वाले शुरू से जानते थे कि अब जनता उनके साथ नहीं है।
– चंद अधिकारियों के भरोसे सरकार चलाने वाले राजनेता जानते हैं कि अधिकारियों का दुरुपयोग चुनावों में किस तरह किया जाता है।
– दंतेवाड़ा उपचुनाव के नतीजों के बाद उन्हें समझना चाहिए कि छत्तीसगढ़ और ख़ासकर बस्तर की जनता अब जागरुक हो चुकी है।
जमानत गंवाने वाले भी समझ जाएं
– जिन दलों ने दंतेवाड़ा उपचुनाव में अपनी ज़मानतें गंवाई हैं वे भी समझ लें कि अब वे जनता को भ्रमित नहीं कर सकते।
– भारतीय जनता पार्टी की बी टीम ने भी दंतेवाड़ा में बहुत ताक़त झोंकी लेकिन न वे अपनी ज़मानत बचा पाए न भाजपा को कोई फ़ायदा पहुंचा पाए।
– अब वो दिन लद गए हैं।