छत्तीसगढ़
भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व को राज्य के नेताओं पर भरोसा नहीं बाहर के विधायकों को प्रचार प्रसार का ट्रेनिंग दे रहे
रायपुर। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व को प्रदेश के नेताओं पर भरोसा नहीं है इसलिए प्रदेश के बाहर से विधायक को छत्तीसगढ़ लाकर चुनाव प्रचार-प्रसार की ट्रेनिंग दे रहे हैं। भाजपा ने जो पहली सूची जारी की है उसमें से कई चेहरे दूसरे दलों से आए हुए हैं, कुछ लोगों का भाजपा से रिश्ता नया है। बीजेपी छत्तीसगढ़ में आयातित लोगों के सहारे चुनाव लड़ना चाहती है। प्रदेश की जनता का विश्वास भाजपा खो चुकी है। अब भाजपा अपने 13 सीट को बचाने के लिए संघर्ष कर रही है।
प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि भाजपा पहले मोदी के चेहरा पर चुनाव लड़ने की हवा बाजी की, लेकिन कामयाब नहीं हुई। प्रदेश की हवा भाजपा के खिलाफ जाते देखकर भाजपा ने हार का ठीकरा मोदी के सिर पर मढ़ने से बचने स्थानीय चेहरा पर चुनाव लड़ने का मन बनाया। लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह, बृजमोहन अग्रवाल, नारायण चंदेल, अरुण साव 15 साल के कुशासन, भ्रष्टाचार, वादाखिलाफी के जाने जाने वाले दागदार चेहरा है। इनके खिलाफ जनता का आक्रोश दिखने से भाजपा की केंद्रीय नेतृत्व का पसीना छूटने लगा ।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का लोकप्रिय चेहरा सरकार की जनकल्याणकारी योजनाएं और वादा निभाने की प्रतिबद्धता के आगे भाजपा फिसड्डी साबित हो गई है। अब उन्हें भूपेश बघेल के सामने सीधी लड़ाई लड़ने के लिए प्रदेश में कोई चेहरा नहीं मिल रहा हैं इसीलिए अब प्रदेश के बाहर के लोगों को छत्तीसगढ़ बुलाकर चुनाव लड़ने की तैयारी है। भाजपा कुछ भी कर ले प्रदेश में कांग्रेस 75 से अधिक सीट जीतकर पुनः सरकार बनाएगी और 2024 में केंद्र से भी भाजपा की विदाई है।