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मुख्यमंत्री के रूप में पहला हस्ताक्षर किसानों की ऋण माफी का किया – भूपेश बघेल 

प्रदेश की सुख-शांति की कामना लिये मुख्यमंत्री पहुंचे शिव दरबार कौही 

 
       दुर्ग। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज देवनगरी धर्मस्थली आनंद मठ मंदिर कौही पाटन पहुंचकर राज्य की सुख-शांति और समृद्धि की कामना की। मुख्यमंत्री ने यहां पहुंचकर मां काली की दर्शन कर पूजा अर्चना किया। मां काली की चरणों में श्रीफल-पुष्प अर्पित कर खुशहाल राज्य की कामना की। यहां उन्होंने प्रसिद्ध ऐतिहासिक शिव मंदिर में बाबा भालेनाथ का दर्शन एवं पूजा अर्चना किया। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने यहां आयोजित गरिमामयी संक्षिप्त कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुुए कहा कि पाटन क्षेत्र का ऐतिहासिक महत्व रहा है। क्षेत्र के अनेक वीरों ने आजादी की लड़ाई में अपना योगदान दिया है। शिक्षा के क्षेत्र में पाटन क्षेत्र शुरू से ही अग्रणी रहा है। पूर्वजों में राजनीतिक चेतना शुरू से रही है। जिसके चलते उन्हें राजनैतिक क्षेत्र विरासत में मिला है। उन्होंने कहा कि जनता ने उन्हें क्षेत्र से चैथी बार निर्वाचित किया है। इस बार वे विधायक बनने के साथ ही प्रदेश के मुख्यमंत्री निर्वाचित हुए है। इसके लिए उन्होंने क्षेत्र की जनता का अभिवादन किया। 
       मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि प्रदेश की जनता ने जिस विश्वास के साथ प्रदेश में सरकार बनायी है, जनता के साथ किए गए सभी वादों को सरकार संकल्प के साथ पूरा करेगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के तत्काल बाद केबिनेट की बैठक में मुख्यमंत्री के रूप में पहला हस्ताक्षर किसानों की ऋण माफी का किया है। उन्होंने आगे कहा कि किसान अन्नदाता है और किसानों से जो भी वादा किया गया है, उसे पूरा किया जाएगा। किसानों से 2500 रूपए प्रति क्विंटल धान खरीदी की राशि आगामी बजट में प्रावधान कर उनके खातें में जमा किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य देश का पहला राज्य है जिन्होंने 2500 रूपए प्रति क्विंटल की दर से धान की खरीददारी की है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के गांवों को विकसित कर यहां रहने वाले गांव-गरीब-मजदूर-किसान एवं कम आमदानी वाले लोगों की आय में बढ़ोत्तरी करना है। इसके लिए नदी एवं नरवा के पानी को सिंचाई के साधन के जरिये खेतों तक पहुंचाने की जरूरत बताया। इसके साथ खलिहान और गौठान को भी सुविधापूर्वक बनाने पर जोर दिया है। गांवों में गोबर की जैविक खाद बनाने के साथ ही गोबर गैस बनाकर घर-घर तक पहुंचाने पर बल दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार की प्राथमिकता गांवों का विकास करना है। पशुओं के नस्ल सुधार के साथ देशी नस्ल के पशुओं को बढ़ावा देना है, जिससे प्रदेश में दूध की उत्पादन में बढ़ोत्तरी हो सके। इस अवसर पर स्थानीय जनप्रतिनिधि, जिला पंचायत एवं जनपद सदस्य, पंचायत प्रतिनिधिगण एवं बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे।

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